मंगलवार, 5 जुलाई 2011

आषाढ़ की सांझ





3 टिप्‍पणियां:

  1. अद्भुत...आप और आपका कैमरा...दोनों.

    नीरज

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  2. झुलसे दिन के
    तपते मन को
    सहलाने , बहलाने ,
    थोड़ी छाँव दिलाने
    आ पहुँची दहलीज़ तलक
    आषाढ़ की सांझ ......!

    मनोरम तसवीरें !!

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