dil dhuundhta hai
इक शग़ल और सही…तस्वीरों की दुनिया
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गुरुवार, 16 जून 2011
मिल रही है हयात फूलों की
रात भर ये मोगरे की
खुशबू कैसी थी
अच्छा ! तो तुम आये थे
नींदों में मेरे ?
प्रत्यक्षा
मंगलवार, 17 मई 2011
लगे फूल खिलने
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