dil dhuundhta hai
इक शग़ल और सही…तस्वीरों की दुनिया
आज शाम
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
आज शाम
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
सोमवार, 6 जून 2011
छाई घटा घनघोर
बादल रे, उमड़-घुमड़ बरसन लागे
बिजुरी चमक जिया डराये ,बादल रे
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)