इक शग़ल और सही…तस्वीरों की दुनिया
कौन इस वक्त मन को समझाये ये परिंदा उड़ा-उड़ा जाये आँख में याद , लब पे खामोशी सुरमई शाम इस तरह आये बहुत बहुत खूबसूरत तसवीरें हैं ... !! अभिवादन स्वीकारें .
सुरमई शाम हमेशा इसी तरह आती है हमें ही फुर्सत नहीं होती इसे देखने की...नीरज
कौन इस वक्त मन को समझाये
जवाब देंहटाएंये परिंदा उड़ा-उड़ा जाये
आँख में याद , लब पे खामोशी
सुरमई शाम इस तरह आये
बहुत
बहुत खूबसूरत तसवीरें हैं ... !!
अभिवादन स्वीकारें .
सुरमई शाम हमेशा इसी तरह आती है हमें ही फुर्सत नहीं होती इसे देखने की...
जवाब देंहटाएंनीरज